सरकार से पुरातत्व विभाग या केंद्र की टीम भेजने की अपील की
गढ़शंकर : श्री आनंदपुर साहिब से सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने लोकसभा में अमृतसर स्थित जलियांवाला बाग की रेनोवेशन में खामियों व उसकी मूल हालत में किए गए बदलाव का मुद्दा उठाया है, जिससे लोगों में भारी रोष है।
सांसद तिवारी ने कहा कि 13 अप्रैल, 1919 को बैशाखी वाले दिन जनरल डायर के नेतृत्व में वहां एकत्र हुए सैंकड़ों पंजाबियों पर गोलियां चलाईं गई थीं। जिसका बदला शहीद उधम सिंह ने लिया था। लेकिन अफसोस है कि जलियांवाला बाग की रेनोवेशन में उसकी मूल हालत को ही बदल दिया गया है।
उन्होंने खुलासा किया कि रेनोवेशन के कार्य में कई खामियां छोड़ी गई हैं, जिससे पंजाबियों की अंतरात्मा प्रताड़ित होती है। इस क्रम में, वहां लगाए गए सूचना बोर्डों में पंजाबी गलत लिखी गई है। इसी तरह, वहां एक कोड़ों वाली गली है, जहां लोगों को कोड़े मारकर बाहर निकाला गया था। जिसे कोहड़ वाली गली लिखा गया है, मतलब जहां कोहड़ी हों। जहां जनरल डायर ने गोली चलाने का आदेश दिया था सहित स्थानों को सही तरीके से नहीं दर्शाया गया है।
जिस पर उन्होंने सरकार से जलियांवाला बाग में पुरातत्व विभाग या केंद्र की टीम भेजने की अपील की है। जिस जलियांवाला बाग ट्रस्ट के चेयरमैन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं