चंडीगढ़ : पंजाब में आई बाढ़ ने सब तबाह कर दिया है। खेत-खलियान से लेकर मकान तक सब डूब गए। इंसान से लेकर जानवर-पशु तिनके की तरह बह गए। कई लोगों की मौत भी हो गई। बाढ़ में 23 जिलों के करीब 2 हजार गांव और करीब 4 लाख लोग प्रभावित हैं।
हालातों से निपटने के लिए सोमवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अस्पताल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कैबिनेट मीटिंग की। जिसमें बाढ़ पीड़ितों की मदद और मुआवजे को लेकर फैसले किए।
पंजाब बाढ़ के लिए सीएम भगवंत मान ने किए ये बड़े फैसले
- बाढ़ के कारण किसानों के खेतों में जमा रेत बेचने का अधिकार देने के लिए ‘जिसका खेत, उसकी रेत’ योजना को मंज़ूरी।
- बाढ़ के कारण नष्ट हुई फसलों के लिए 20,000 रुपये प्रति एकड़ का दिया जाएगा मुआवज़ा।
- बाढ़ के दौरान जान गंवाने वालों के परिजनों को 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता।
- पंजाब पुलिस में 1600 नए एन.जी.ओ पदों के सृजन को मंजूरी।
- सीएम ने कहा-अभी तक किसी भी राज्य में बाढ़ में मरने वालों को 4 लाख रुपए का मुआवजा नहीं मिला।
- टूटे घरों और बहे घरों का सर्वे के बाद मुआवजा मिलेगा।
- 1770 गांव और 300 शहरों में फंगिंग मशीने लगेंगी।
- बाढ़ में क्षतिग्रस्त हुए सभी स्कूलों-कॉलेजों और सरकारी इमारतों की मरम्मत की जाएगी।
- बाढ़ में पशु और मछली पालन से जुड़े लोगों का जितना नुकसान हुआ है, सरकार इसकी भरपाई करेगी।
- बाढ़ प्रभावित लोगों को कर्ज की किश्त चुकाने में 6 महीने की छूट दी गई है।
बाढ़ दौरे पर बिगड़ गई ती सीएम मान की तबीयत
बता दें कि पंजाब के सीएम भगवंत मान अस्पताल में भर्ती हैं। हॉस्पिटल से ही वह कैबिनेट मीटिंग में शामिल हुए थे। मान बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के लिए गए थे, इस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई थी, इसके बाद सीएम का दौरा कैंसिल कर दिया गया था। इसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। फिलहाल उनकी सेहत में सुधार हो रहा है। मान ने कैबिनेट में कहा-मैं धीरे धीरे ठीक हो रहा हूं, जल्द ही जनता के बीच आऊंगा। आपके दर्द के सामने मेरा दर्द बहुत छोटा है। आपकी हर मुसीबत में पंजाब सरकार साथ खड़ी है।