ऊना, 21 दिसम्बर – पीएम विश्वकर्म योजना के अंतर्गत 18 व्यवसायों के कारीगरों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा तथा प्रशिक्षण के उपरांत अपना व्यवसाय आरंभ करने के लिए आवश्यक मशीनों, औजारों व उपकरणों की खरीद के लिए आर्थिक मदद के साथ-साथ अनुदानित ब्याज दरों पर ऋण भी उपलब्ध करवाया जाएगा। यह जानकारी एडीसी ऊना महेंद्र पाल गुर्जर ने इस संबंध में आयोजित बैठक के दौरान दी। उन्होंने बताया कि योजना के आरंभ में जिला की सभी ग्राम पंचायतों के प्रधानों को योजना से संबंधित पोर्टल पर पंजीकरण करवाना होगा। उन्होंने बताया कि जिला ऊना में 158 ग्राम पंचायतों के प्रधानों द्वारा स्वयं को पंजीकृत करवा लिया गया है जबकि 87 ग्राम पंचायत प्रधानों द्वारा इस योजना से संबंधित पोर्टल पर अभी तक स्वयं को पंजीकृत करवाना शेष है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही जिला के शेष रहते पंचायत प्रधानों का पंजीकरण भी सुनिश्चित किया जाएगा तथा विभिन्न क्षेत्रों में गांव वासियों को पीएम विश्वकर्म योजना के संबंध में जागरूक करने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे।
बैठक में उपस्थित भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय की सहायक संस्था आईईडीएस के सहायक निदेशक एके गौतम ने बताया कि 15 अगस्त 2023 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना की घोषणा की जिसके उपरांत 16 सितंबर 2023 को विश्वकर्मा दिवस के अवसर पर इसे आरंभ किया गया। योजना के तहत विभिन्न 18 व्यवसायों से संबंधित व्यक्तियों का नजदीकी लोक मित्र केंद्र अथवा सीएससी के माध्यम से योजना के पोर्टल पर निशुल्क पंजीकरण होगा जिसे संबंधित पंचायत प्रधान सहित विभिन्न स्तरों पर सत्यापित किया जाएगा। इसके पश्चात संबंधित व्यवसाय के विषय में व्यक्ति को 5 से 7 दिन का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इस दौरान उन्हें रोजाना 500 रुपए की दर से भत्ता भी प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण के उपरांत इन कारीगरों को व्यवसाय आरंभ करने के लिए आवश्यक मशीन, औजार अथवा उपकरण खरीदने के लिए 15 हजार रुपए की आर्थिक मदद प्रदान की जाएगी। इसके अलावा संबंधित व्यवसाय के विस्तारीकरण के लिए प्रत्येक कारीगर को सरकार द्वारा 18 महीने के अंतराल में क्रमशः 1 से 2 लाख रुपए तक का ऋण प्रदान किया जाएगा जिस पर सामान्य ब्याज दरों में पांच प्रतिशत का अनुदान प्रदान किया जाएगा।
पंजीकरण के लिए कारीगरों को नहीं देना होगा शुल्क – महेंद्र पाल गुर्जर
पीएम विश्वकर्म योजना में पंजीकरण के लिए शुल्क सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है तथा कारीगरों को किसी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा। उन्होंने कहा कि कारीगरों के पंजीकरण के दौरान लोक मित्र केंद्रों अथवा सीएससी संचालकों द्वारा संबंधित व्यक्ति से यदि शुल्क वसूलने के बारे में कोई शिकायत आती है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि पीएम विश्वकर्म योजना के विषय में आम जन को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करें।