ऊना 2 फरवरी: राज्य व केन्द्र सरकार के संयुक्त सहयोग से निर्माणाधीन पीजीआई सैटेलाइट सेंटर चिकित्सीय सेवाओं की दृष्टि से ऊना जिला के लिए एक महत्वपूर्ण प्रोजैक्ट है। यह बात आज उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने परियोजना के निर्माण कार्यों की प्रगति को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय के नजदीक मलाहत गांव में 403 कनाल भूमि और 320 करोड़ की लागत से निर्मित होने जा रहे इस केन्द्र का निर्माणकार्य आरंभ हो गया है। बैठक में छठे राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सत्ती विशेष तौर पर उपस्थित रहे।
उपायुक्त ने बताया कि जल शक्ति विभाग द्वारा पीजीआई के लिए 10 लाख लीटर प्रति दिन की जलापूर्ति के लिए 48 लाख रूपये की राशि व्यय करके तीन टयूबवैल स्थापित कर दिये गये हैं, जबकि इन्हें संचालित करने के लिए विद्युत आपूर्ति हेतु विद्युत विभाग का लगभग 60 लाख रूपये का व्यय आकलन प्राप्त हो चुका है। इसके अलावा अन्य सुविधाओं के निर्माण के लिए व्यय आकलन भी तैयार कर दिये गये हैं।
उपायुक्त ने बताया कि परियोजना के लिए विद्युत लाइन बिछाने के लिए विभाग को शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिये। जबकि विद्युत सब-स्टेशन का निर्माण पीजीआई द्वारा किया जा रहा है।
ऊना बसोली एनएच 2 से पीजीआई सैटेलाइट सेंटर के गेट तक 24 मीटर चैड़ी सम्पर्क सड़क का निर्माण मई, 2021 तक पूर्ण कर लिया जाएगा, जिसके लिए समुचित धनराशि जारी कर दी गई है।
राघव शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस महत्वकांक्षी परियोजना को निर्धारित समयावधि में पूरा किया जाए। इसके अलावा परियोजना से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों को सभी विभाग आपसी तालमेल से पूरा करना सुनिश्चित करें।
बैठक में छठे राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा कि इस परियोजना के कार्य में तेजी लाई जाए तथा विशेषज्ञों को जोड़कर सुनियोजित योजना बनाकर समयावधि के भीतर निर्माणकार्य संचालित किये जाएं। उन्होंने केन्द्र सरकार से औपचारिक्ताओं को पूर्ण करने हेतु अपने रचनात्मक सहयोग देने को कहा।
बैठक में एडीसी डॉ. अमित कुमार शर्मा, पीजीआई चंडीगढ़ के नोडल अधिकारी डॉ. राकेश सहगल, सीएमओ डॉ. रमन कुमार शर्मा, एसई विद्युत अश्वनी शर्मा, अधिशाषी अभियंता विद्युत खुशविन्दर सिंह, एसई लोक निर्माण एनपी सिंह, एसडीओ लोक निर्माण सुनील कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।