कर्मचारी नेता घनश्याम शर्मा, विशाल नैहरिया, विशाल चौहान भी मांग रहे टिकट
एएम नाथ। धर्मशाला :
पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए कांगड़ा सीट नए रिकार्ड बनाने वाली साबित हुई थी। सबसे ज्यादा 10,06,989 वोट यहां पड़े और भाजपा प्रत्याशी किशन कपूर को भी सबसे ज्यादा 7,25,218 वोट मिले। जीत का अंतर भी यहां 4,77,623 वोट का रहा, जो चारों सीटों में सबसे ज्यादा था। इसके बावजूद वर्तमान सांसद के विकल्प की तलाश भाजपा को है। किशन कपूर कैबिनेट मंत्री का पद छोडक़र लोकसभा का चुनाव लडऩे गए थे। जीत गए तो मंत्री पद गया और उपचुनाव में पार्टी ने प्रत्याशी विशाल नैहरिया को बनाया। इसके बाद से सांसद के साथ दूरियां दिखने लगी और फिर स्वास्थ्य कारणों से भी कुछ वक्त किशन कपूर फील्ड से दूर रहे। अब उनके विकल्प के तौर पर केसीसी बैंक के पूर्व अध्यक्ष डा. राजीव भारद्वाज, भाजपा महामंत्री त्रिलोक कपूर और पूर्व मंत्री राकेश पठानिया को देखा जा रहा है। कर्मचारी नेता रहे घनश्याम शर्मा ने भी दावेदारी ठोकी है। युवा नेताओं विशाल नैहरिया और विशाल चौहान ने भी चुनाव लडऩे की इच्छा जताई है। राज्यसभा चुनाव में यदि हर्ष महाजन ने कुछ कमाल दिखाया, तो वह भी लिस्ट में शामिल हो सकते हैं। इतनी दावेदारी के बावजूद कांगड़ा भाजपा अभी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के संकेतों को पढ़ रही है। हाल ही के अपने कांगड़ा दौरे के दौरान उन्होंने भाजपा विधायकों को कहा था कि कोई भी चुनाव क्षेत्र को अपनी पुश्तैनी जमीन न समझे। आपसे पहले भी विधायक थे और आपके बाद भी होंगे। पार्टी यह मंथन कर रही है कि कांगड़ा सीट पर ब्राह्मण, गद्दी या राजपूत कैंडिडेट में से कौन उपयुक्त होगा