शिमला : भाजपा शिमला संसदीय क्षेत्र की बैठक शुक्रवार को दीपकमल चक्कर में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल की अध्यक्षता में संपन्न हुई। उक्त बैठक में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, संगठन महामंत्री सिद्धार्थन, महामंत्री बिहारी लाल शर्मा, उपाध्यक्ष संजीव कटवाल, राजीव सहजल, सुरेश भारद्वाज, बलबीर वर्मा उपस्थित रहे।
भाजपा प्रदेश महामंत्री बिहारी लाल शर्मा ने कहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी के आगामी कार्यक्रम तय हो गए हैं। पार्टी अपने आप को चुस्त दुरुस्त करते हुए सभी जिला, मंडलों और ग्राम केंदो पर बैठकों का आयोजन करने जा रही है। सभी प्रदेश के मोर्चे भी अपनी जिला मंडलों की बैठकों की तैयारी में लग गए हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता आधारित राजनीतिक दल है और जिस प्रकार से कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचालन हुआ है और उसी ऊर्जा को बूथ स्तर तक ले जाने का कार्य भारतीय जनता पार्टी द्वारा किया गया है। प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में पार्टी तेज गति से आगे बढ़ रही है, भाजपा के केंद्र नेतृत्व द्वारा दिए गए सभी दिशा निर्देश भी इस बैठक के माध्यम से कार्यकर्ताओं तक पहुंचाने का पूर्ण प्रयास किया गया है।
बिहारी लाल शर्मा ने कहा कि महिला मोर्चा लगातार बूथ स्तर तक केंद्र द्वारा बूथ पर महिलाओं को सशक्त करने के कार्यक्रमों के बारे में चर्चा कर रही है। जिस प्रकार से केंद्र ने लगातार महिलाओं को आरक्षण देने का एक बिल लाया है उसको लेकर प्रदेश भर में सकारात्मक वातावरण खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं का लोकसभा चुनाव में भी बढ़-चढ़कर वोट भाजपा के पक्ष में आने वाला है। हिमाचल में 3,615 में से 1,825 पंचायतों तके महिलाएं प्रधान हैं। वहीं 45 अनारक्षित सीटों पर भी महिलाओं का कब्जा है। वर्तमान में महिलाओं को आरक्षण से बड़ा लाभ हुआ है।
उन्होंने कहा कि लोस चुनाव के मददेनजर युवा मोर्चा, किसान मोर्चा, अल्पसंख्यक मोर्चा, अन्य पिछड़ा वर्ग मोर्चा सभी बूथ स्तर तक काम कर रहे हैं।
बता दें कि शिमला संसदीय सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा है। इस सीट पर कांग्रेस के कृष्णदत्त सुल्तानपुरी के नाम लगातार छह बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड है। साल 1977 में भारतीय लोक दल के प्रत्याशी बालकराम ने जीत हासिल की थी। लेकिन 1980 से 1998 तक सुल्तानपुरी ने इस सीट पर लगातार कांग्रेस को ही काबिज रखा। वर्ष 1999 में भाजपा के साथ मिलकर हिमाचल विकास कांग्रेस के प्रत्याशी धनीराम शांडिल ने कांग्रेस के इस गढ़ को फतह कर लिया। साल 2004 में धनीराम शांडिल कांग्रेस के टिकट पर फिर मैदान में उतरे और जीत हासिल की। इसके बाद भाजपा के वीरेंद्र कश्यप ने कांग्रेस प्रत्याशी को पटकनी देकर भाजपा को विजय दिलाई। 2014 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर वीरेंद्र कश्यप भाजपा की सीट बचाने में कामयाब रहे। 2019 के लोकसभा चुनाव में सुरेश कश्यप ने यह सीट भाजपा की झोली में डाली।
प्रदेश में भाजपा ने लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। लोक सभा चुनाव में भाजपा की महिला वोटरों पर खासी नजर रहेगी। इसके चलते भाजपा ने आपने कब्जे वाली सीट शिमला संसदीय सीट पर महिला वोटरों को साधने के लिए पार्टी दुआरा विशेष रणनीति बनाई जा रही है। इस सीट पर पिछले अढ़ाई दशक से भाजपा का कब्जा है।