गढ़शंकर : कर्मचारियों की महत्वपूर्ण मांगों, महंगाई भत्ते की किश्तों, पुरानी पेंशन योजना और वेतन आयोग के बकाए को लेकर मिनिस्ट्रियल स्टाफ द्वारा चल रहे संघर्ष के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए, पंजाब कर्मचारी पेंशनर संयुक्त मोर्चा ने 1 दिसंबर से 6 दिसंबर तक काले रिबन लगाने का आह्वान किया है। इसी के चलते हुए डेमोक्रेटिक मुलाजम फेडरेशन द्वारा आज विभिन्न स्कूलों/कार्यालयों में काले बिल्ले लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। डेमोक्रेटिक मुलाजम फेडरेशन के प्रदेशिक नेता मुकेश कुमार, जिला अध्यक्ष प्रमोद गिल, सचिव मंजीत दसूहा, डीटीएएफ नेता सुखदेव डानसीवाल और जिला सचिव इंद्रसुखदीप सिंह ओडरा और अध्यापक यूनियन के नेता बलकार सिंह मघानी ने कहा कि पंजाब सरकार पिछली सरकारों की तर्ज पर महंगाई भत्ता बंद कर रही है और राज्य के दूरदराज के ग्रामीण और सीमावर्ती क्षेत्रों में सेवारत शिक्षा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को दिए जाने वाले विशेष भत्तों को तर्कसंगत बनाने के नाम पर रोका जा रहा है।
उन्हीनों कहा कि सरकार पुरानी पेंशन के लिए कागजी अधिसूचना जारी कर पूर्ण तौर पर लागू करने की जगह भाग रही है।पंजाब राज्य छठा वेतन आयोग जो जुलाई, 2021 से मिलना था, जो 01.01.2016 से निर्धारित था, कार्यान्वयन से भाग रहा है। राज्य सरकार ने अभी तक वेतन आयोग, डीए तथा जीवन निर्वाह भत्ते तथा उनके देय एसीपी योजना के संबंध में कोई घोषणा नहीं की है और सरकार द्वारा कर्मचारी विरोधी रवैया अपनाया गया है। डी.एम.एफ. बलवीर खानपुरी, सतपाल कलेर व हंसराज गरशंकर आदि नेताओं ने राज्य सरकार से पुरजोर मांग की कि महंगाई भत्ते की शेष किश्तों सहित उक्त भत्ते, पेंशनरों को 2.59 का गुणांक एसीपी तथा पुरानी पेंशन योजना अविलंब बहाल की जाए।
फोटो : डेमोक्रेटिक मुलाजम फेडरेशन के प्रदेशिक नेता मुकेश कुमार अन्य काले बिल्ले लगाने दौरान ।
महंगाई भत्ता, ग्रामीण भत्ता, एसीपी, पुरानी पेंशन की बकाया किस्तें सरकार द्वारा जारी ना करने के विरोध में काले बिल्ले लगा कर किया रोष प्रकट
Dec 01, 2023