मंडी : हिमाचल प्रदेश के मंडी में एक मां ने नशे के आदी बेटे को बचाने के लिए कठोर कदम उठाया. मां की तमाम कोशिशों के बाद भी जब बेटे ने नशा नहीं छोड़ा तो मां ने खुद पुलिस बुलाकर उसे गिरफ्तार करवा दिया।
युवक कभी एक नामी पहलवान था. बेरोजगारी और नौकरी न होने के कारण नशे की लत में फंस गया. मां को डर था कि अगर ऐसा चलता रहा तो वह अपनी जान गंवा सकता है. उन्होंने सोचा कि जेल में रहकर बेटा सुरक्षित रहेगा और नशे की आदत भी छूट जाएगी।
मंडी जिले के कटयाहूं गांव में एक मां ने अपने बेटे की नशे की लत से परेशान होकर कठोर फैसला लिया है.यशोदा देवी ने पुलिस को बताया कि उनका 31 वर्षीय बेटा ढमेश्वर नशे का आदी हो चुका है. लाख समझाने के बावजूद भी वह सुधरने को तैयार नहीं था. तब मां ने पुलिस से मदद मांगी,साथ ही बेटे के नशे की जानकारी भी पुलिस को दी।
NDPS एक्ट के तहत की कार्रवाई
सूचना मिलते ही पुलिस की एसआईयू टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घर में छापेमारी की.तलाशी के दौरान अलमारी से 5.8 ग्राम चिट्टा (हिरोइन) बरामद हुआ. मौके पर ही आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
समाज को दिया बड़ा संदेश
यशोदा देवी के इस कदम से समाज में एक बड़ा संदेश गया है. बेटे की गिरफ्तारी के बाद उन्होंने जो कहा,उससे हर किसी का दिल झकझोर हो गया… “मेरा बेटा हमेशा नशे का आदी नहीं था. वह हौनहार था,बेहतरीन खिलाड़ी था. बॉक्सिंग और कुश्ती करता था,सांई हॉस्टल में उसका सिलेक्सन भी हुआ था. बड़े-बड़े दंगलों में हिस्सा लेता था.पड़ा लिखा भी था. हमें लगा था कि खेल और पढ़ाई से उसे नौकरी मिल जाएगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जब नौकरी नहीं मिली,तो वह तनाव में रहने लगा।
पता ही नहीं चला कि कब वह नशे की चपेट में आ गया. जब हमें इसका अहसास हुआ,तब तक बहुत देर हो चुकी थी. हमने बहुत कोशिश की कि वह नशा छोड़ दे,लेकिन हर प्रयास असफल रहा। आखिरकार,दिल पर पत्थर रखकर पुलिस को सूचना दी. उम्मीद है कि अब मेरा बेटा इस जहरीले नशे की चपेट से बाहर आ सकेगा और एक बेहतर जीवन जी पाएगा. अगर युवाओं को रोजगार मिलेगा तो वे सही दिशा में आगे बढ़ेंगे. पैसों की तंगी के कारण युवा पीढ़ी नशे की गर्त में जा रही है. काम होगा,तो वे अपने भविष्य पर ध्यान देंगे।