ऊना : पंजाब की सीमा से सटे सनोली, मजारा, मलूकपुर व बीनेवाल पूना गांवों में पीएसीएल उद्योग से निकलने वाले कैमिकल युक्त पानी की समस्या का समाधान निकालने के लिए 31 मई को होने वाली एनजीटी समिति की बैठक से पूर्व आज उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने संबंधित पक्षों के साथ बात की और आगामी रणनीति पर चर्चा की। बैठक में छठे राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। इसके अलावा एनजीटी में याचिकाकर्ता प्रीतम सिंह तथा संबंधित पंचायतों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
राघव शर्मा ने कहा कि रोपड़ में 31 मई को एनजीटी की गठित कमेटी की बैठक होने जा रही है, जिसमें डीसी रोपड़, डीसी ऊना, केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड व पंजाब प्रदूषण बोर्ड के साथ-साथ केंद्रीय ग्राउंड वॉटर बोर्ड के सदस्य शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण बैठक से पहले संबंधित पक्षों के साथ-साथ संबंधित विभागों के अधिकारियों से भी इस मामले पर चर्चा की गई है और रोपड़ में प्रस्तावित बैठक में उन बिंदुओं को उठाया जाएगा।
वहीं छठे राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि सीमावर्ती गांवों की इस समस्या को समाप्त करने के लिए प्रदेश सरकार पुरज़ोर प्रयास कर रही है। अब मामला एनजीटी में पहुंच गया है, ऐसे में वहां पर भी प्रभावितों का पक्ष जोरदार तरीके से रखा जाना चाहिए, ताकि उन्हें राहत मिल सके।