डेराबस्सी : पंजाब कांग्रेस में गुटबाजी की खबरों के बीच पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग का बड़ा बयान सामने आया है। मोहाली के डेराबस्सी में कांग्रेस वर्करों को संबोधित करते हुए राजा वडिंग ने कहा कि मैं बताना चाहता हूं कि राजनीतिक दलों में गुट सदियों से बनते आए हैं और आगे भी बनते रहेंगे। मगर इस गुटबाजी और आपसी लड़ाई ने हमें पिछले चुनाव में 58 से 18 पर ला दिया था।
उन्होंने कहा कि जिस घर में आपसी लड़ाई होती है, वहां नुकसान हो सकता है. इससे बचना है. पंजाब ही एकमात्र राज्य है जहां कांग्रेस के प्रधान और सीएलपी नेता के बीच कोई आपसी लड़ाई नहीं है. बड़े नेता गुट बनाते हैं और यह हमेशा से होता आया है लेकिन 5 साल पहले जब पंजाब में कांग्रेस की सरकार थी और सभी महत्वपूर्ण पदों पर हमारे ही नेता थे, तब भी गुटबाजी और आपसी लड़ाई हुई।
‘छोटी-मोटी लड़ाइयां तो बाप-बेटे के बीच भी हो जाती’
इसके कारण हमारी सीटें घटकर 18 रह गईं. प्रताप सिंह बाजवा ने ये बात राहुल गांधी को भी बताई थी कि पंजाब में कांग्रेस के प्रधान और सीएलपी नेता के बीच कोई टकराव नहीं है. छोटी-मोटी लड़ाइयां तो बाप-बेटे के बीच भी हो जाती हैं. मेरी उम्र 46 साल है, लेकिन मैं किसी रेस में नहीं हूं. भगवान ने छोटी उम्र में ही मुझे ऊंचे पदों पर बैठाया है।
दरअसल, पंजाब में 2027 में विधानसभा चुनाव है, जिसकी तैयारी उसने अभी से ही शुरू कर दी है. हाल ही में कांग्रेस चीफ राजा वडिंग ने कहा कि 2027 के विधानसभा चुनाव में पार्टी कम से कम 60-70 नए चेहरों पर दांव लगाएगी. पंजाब युवा कांग्रेस की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में वडिंग ने कहा कि पंजाब कांग्रेस 2027 के विधानसभा चुनाव में कम से कम 60-70 नए चेहरों को मौका देगी।
उन्होंने कहा कि यह हमारे राजनीतिक नेतृत्व को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम होगा. 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को केवल 18 सीटों से संतोष करना पड़ा था. आम आदमी पार्टी ने 92 सीटों पर जीत हासिल कर सरकार बनाई थी।