लुधियाना। पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की लुधियाना कोर्ट में शुक्रवार को चेंज लैंड ऑफ यूज (सीएलयू) घोटाले में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई। बताया जा रहा है कि नवजोत सिद्धू पेशी के दौरान हर बात पर मुकरते हुए नजर आए। इस मामले में पूर्व डीएसपी बलविंदर सेखों ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू को पहले तो जेल में कैदियों वाले कपड़े ही पहनाए हुए थे। सिद्धू एकदम ठाठ से तैयार होकर बयान दे रहा था। सिद्धू इस मामले में पूरी तरह से मुकर चुका है। सेखों ने कहा कि सिद्धू प्रिसिंपल सचिव वेणूप्रसाद को बचाने की कोशिश कर रहा है। सेखों ने कहा कि सिद्धू, आशू और सिमरजीत सिंह बैंस को वीआईपी सहूलतें जेलों में दी जा रही हैं। सिद्धू ने ईमानदारी का सिर्फ चोला पहना है, लेकिन सच्चाई बोलने की जब बात आई तो सिद्धू ने मुंह बंद कर लिया। पंजाब को सिद्धू जैसे नेताओं ने लूट खाया है। गवाही में वेणूप्रसाद को फिर से बुलाया जाएगा। सिद्धू अदालत में अपने पीए और सचिव तक का नाम नहीं बता रहे। सिद्धू ने बहुत ही बदतमीजी से कोर्ट में जवाब दिए हैं। अगली तारीख 14 नवंबर की है। कोशिश की जा रही है कि फिर से सिद्धू को गवाही के लिए अदालत में लाया जाए। सेखों ने कहा कि उनके पास इतने पैसे नहीं है कि वह सुप्रीम कोर्ट में केस को ले जा सके, लेकिन उनकी कोशिश पूरी है कि हाईकोर्ट से ही उन्हें और पंजाब की जनता को इंसाफ मिले। इससे पहले सिद्धू की 21 अक्टूबर को पेशी लुधियाना में होनी थी, लेकिन मेडिकल अन फिट होने के कारण पेशी टल गई थी। सिद्धू को हाईकोर्ट से राहत मिल गई थी कि वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बयान दे सकते हैं।
पूर्व मंत्री आशू केस में तलब : बता दें कि सीजेएम सुमित मक्कड़ की अदालत ने प्रोडक्शन वारंट जारी करके सिद्धू को पूर्व कांग्रेसी मंत्री भारत भूषण आशू के केस में बतौर गवाह कोर्ट में तलब किया था। अदालत की इस सख्ती के खिलाफ उन्होंने पिटीशन दायर की थी। सिद्धू की पूर्व डीएसपी बलविंदर सिंह सेखों द्वारा पूर्व फूड सप्लाई मंत्री भारत भूषण आशू के खिलाफ दायर याचिका के मामले में गवाही थी। बता दें कि केस काफी हाईप्रोफाइल है। पूर्व मंत्री आशू ने उस समय के डीएसपी बलविंदर सिंह सेखों को फोन करके फ्लैट्स के मामले में काफी कुछ कहा था। मामले की ऑडियो भी काफी वायरल हुई थी। मामले की जांच करने के आदेश उस समय नवजोत सिद्धू ने डीएसपी सेखों को दिए थे। सेखों ने जांच करके स्थानीय सरकार के दफ्तर में फाइल जमा करवा दी थी, जिसमें कहा गया था कि फ्लैट सियासी दबाव में बन रहे हैं। इन फ्लैट को बनवाने में पूर्व मंत्री भारत भूषण आशू की शमूलियत सामने आई थी। इसके बाद डीएसपी बलविंदर सिंह सेखों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था।
सिद्धू ने पंजाब सरकार व एसएसपी पटियाला से मांगा था सुरक्षा का वायदा, जेल सुपरिटेंडेंट को भी लिखा था पत्र :
पटियाला जेल में बंद नवजोत सिंह सिद्धू ने लुधियाना डिस्ट्रिक्ट में होने वाली 21 अक्तूबर की पेशी से पहले सुरक्षा की मांग भी रखी थी। इतना ही नहीं, पंजाब सरकार व एसएसपी पटियाला को सुरक्षा का वादा करने के लिए भी कहा था। इसके लिए सिद्धू ने जेल सुपरिटेंडेंट को पत्र भी लिखा था। सिद्धू ने लिखा कि था उनकी लुधियाना कोर्ट में 21 अक्टूबर को पेशी है। 20 मई को जेल में आने के दो दिन बाद ही उनकी जैड+ सिक्योरिटी वापस ले ली गई थी। इससे पहले वह पीजीआई चेकअप के लिए गए थे, पर उसे गुप्त रखा गया था। इस बीच इस सिद्धू ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। जहां से उन्हें वीसी (वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग) की इजाजत मिल गई।
पूर्व मंत्री ने फोन पर भी धमकी दी : सीजेएम ने कहा था कि उस समय पूर्व डीएसपी सेखों को मंत्री सिद्धू के इस मामले की जांच सौंपी थी। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि जांच रोकने के लिए पूर्व मंत्री ने उन्हें फोन पर भी धमकी दी थी। सीजीएम ने कहा था कि सिद्धू की गवाही की जरूरत है तभी इस मामले को सही से देखा जा सकता है, लेकिन सिद्धू को पेशी में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सहूलियत हाईकोर्ट से मिल गई।
हर सवाल पर मुकर रहे सिद्धू : पंजाब कांग्रेस के पूर्वाध्यक्ष सिद्धू की लुधियाना कोर्ट में वीडियो कांफ्रैंस से पेशी
Nov 04, 2022