लुधियाना : लुधियाना ग्रामीण पुलिस ने पुलिस की वर्दी पहनकर पंजाब भर में नशे की सप्लाई करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर आरोपितों से 54 क्विंटल भुक्की, चार पुलिस की वर्दी, दो अवैध देसी पिस्तौल व कारतूस, 14 नंबर प्लेट और सवा करोड़ रुपये की ड्रग मनी बरामद की है। आरोपितों के खिलाफ सिधवां बेट में मामला दर्ज कर लिया गया है।
एसएसपी नवनीत सिंह बैंस ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि सीआइए स्टाफ के प्रभारी इंस्पेक्टर किक्कर सिंह पुलिस पार्टी के साथ चेकिंग के लिए गांव गोरसिया मक्खन में पुल थे। वहां पर सूचना मिली कि मोगा गांव ढूढी के निवासी अवतार सिंह उर्फ तारी, जालंधर का गांव रायपुर अराइयां निवासी (वर्तमान निवासी मोहल्ला गोविंद कालोनी मुल्लांपुर) हरजिंदर सिंह उर्फ रिंदी व मोगा के बाघापुराना निवासी कमलप्रीत सिंह बाहरी राज्यों से भुक्की लाकर जगराओं और आसपास क्षेत्र में बेचने का धंधा करते हैं। आरोपियों के पास अवैध हथियार और जाली नंबर प्लेटें भी हैं, जिनका भुक्की सप्लाई करते समय उपयोग करते हैं। यह व्यक्ति 10 टायरी कंटेनर (ट्रक) में भारी मात्रा में भुक्की लोड करके जगराओं क्षेत्र में उतारने वाले हैं। सूचना पर भरोवाल से गांव गौरसिया मक्खन को जाने वाली लिंक रोड पर दाना मंडी के सामने नाकाबंदी करके कंटेनर लेकर आ रहे तारी, रिंदा और कमलप्रीत सिंह को काबू किया गया। कंटेनर की जांच करने पर उसमें से 270 गट्टे प्लास्टिक के बरामद किए गए, जिनमें से 20-20 किलोग्राम प्रति गट्टे में भुक्की मिली। आरोपियों के पास से दो देसी पिस्तौल और छह कारतूस बरामद किए गए। एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में हरजिंदर सिंह ने बताया कि वह इससे पहले भी छह बार चक्कर लगाकर भुक्की ला चुका है, जिसे उसने स्कॉर्पियो, वरना और कैंटर के माध्यम से जगराओं, सिधवांबेट, मोगा और बरनाला के क्षेत्र में सप्लाई किया है।
उसके पैसे भी उसके मुल्लांपुर घर में रखे हुए हैं। इस पर पुलिस पार्टी ने उसके घर ले जाकर उससे 1.25 करोड़ रुपये की ड्रग मनी, नोट गिरने वाली मशीन, 14 जाली नंबर प्लेट, पुलिस की चार वर्दियां और एक बेल्ट बरामद की।
उन्हीनों ने बताया कि हरजिंदर सिंह के खिलाफ 2014 में एनडीपीएस एक्ट के तहत थाना रोहिणी दिल्ली में एक केस, थाना डिवीजन नंबर-7 जालंधर और थाना मेहतपुर जालंधर में एक केस, 2015 में थाना मेहतपुर जिला जालंधर में एक एनडीपीएस एक्ट का केस दर्ज है। अवतार सिंह तारी और कमलप्रीत सिंह के खिलाफ पहले कोई केस नहीं है। पुलिस आरोपितों का रिमांड हासिल कर पूछताछ करेगी, ताकि पता लगाया जा सके कि इस क्षेत्र में किन लोगों को इतनी बड़ी मात्रा में भुक्की सप्लाई करते थे। उन्हीनों ने बताया पुलिस जांच में यह सामने आया कि गिरोह का मुखिया हरजिंदर सिंह है। वह भुक्की सप्लाई करने के लिए जाते हुए या सप्लाई करने के बाद सुरक्षित निकलने के लिए पुलिस की वर्दी का इस्तेमाल करते थे। जरूरत पड़ने पर अवैध पिस्तौल का भी उपयोग करते थे। इनके पास से नंबर प्लेट मिली हैं, वह विभिन्न स्टेट की हैं। इससे यह साबित होता है कि यह जिस स्टेट में जाते थे, उसी स्टेट की नंबर प्लेट लगा लेते थे ताकि आसानी से निकल सकें।