ज्वालामुखी/तलवाड़ा(राकेश शर्मा) : विधायक संजय रत्न ने कहा कि अच्छी शिक्षा और परिश्रम जीवन का सबसे बड़ा आधार है। जिससे जहां समाज में विशेष पहचान मिलती हैं, वहीं ऊँची उड़ान का सपना भी साकार होता है। यह उद्गार ज्वालामुखी के शिवालिक इंटरनेशनल स्कूल के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि शिक्षा का काफी प्रसार हो चुका है लेकिन अब शिक्षा की बेहतर गुणवत्ता को सुनिश्चित बनाना जरूरी है। जिसके लिए प्रदेश सरकार शिक्षण संस्थानों में शिक्षा के सुधार व ढांचागत विकास पर विशेष बल दे रही है। उन्होंने युवाओं को संस्कारवान बनाने में गुणात्मक शिक्षा के महत्व पर बल देते हुए कहा कि शिक्षा सिर्फ अकादमिक ज्ञान नहीं है, यह व्यक्ति के व्यक्तिगत और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का मूल उद्देश्य युवाओं को एक जिम्मेदार नागरिक बनाना है।
उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य को संवारने में शिक्षक तथा अभिभावकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वे बच्चों में मेहनत, अनुशासन और विश्वास की भावना पैदा करें, ताकि वे जीवन में ऊंचा मुकाम हासिल कर सकें। उन्होेंने कहा कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण और रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान करना प्रदेश सरकार की उच्च प्राथमिकता है। जिसके लिए प्रदेश सरकार हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक डे-बोर्डिंग स्कूल खोलने जा रही है जोकि सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होंगे।उन्होंने बच्चों से जीवन में लक्ष्य निर्धारित कर कड़ी मेहनत करने का आह्वान किया। उन्होंने विद्यार्थियों को समय के महत्व को समझते हुए पूरे अनुशासन के साथ इसका सदुपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने युवाओं से नशे से दूर रहने और पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ खेलकूद, सांस्कृतिक तथा अन्य सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने का भी आह्वान किया। उन्होंने अभिभावकों से बच्चों की गतिविधियों पर पूरी नजर रखने को कहा।इस अवसर पर स्कूल के एमडी मल्कीयत सिंह ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। जबकि प्रिंसिपल डा मुनीष राणा ने वार्षिक रिपोर्ट व अन्य गतिविधियों बारे जानकारी दी।इस अवसर पर स्कूल के एसडीएम डा संजीव कुमार, एडवोकेट सर्वेश रत्न, सत्यपाल शर्मा, अधिशासी अभियंता विद्युत विभाग कर्म सिंह, सहायक अभियंता जल शक्ति प्यारे लाल, सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग भरत भूषण तथा स्कूल के अध्यापक व स्टाफ,बच्चों के अभिभावक, स्थानीय गण्यमान्य लोग तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।