ऊना, 26 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने ऊना जिले में लोकसभा चुनाव तथा 2 विधानसभा उपचुनावों में मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी के लिए कारगर योजना बनाने तथा उसे सटीकता से क्रियान्वित करने पर जोर दिया। मुख्य सचिव गुरुवार को ऊना जिले में अधिकारियों के साथ बैठक में जिले में चुनावी तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने चुनावों में मतदाताओं को सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करने को जागरूकता गतिविधियों पर अधिक फोकस करने को कहा। उन्होंने इसमें स्वीप कार्यक्रमों के साथ-साथ जन जागरूकता में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया सहित विभिन्न माध्यमों के उपयोग के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने सीमावर्ती जिला होने के चलते यहां निगरानी टीमों को अधिक सतर्कता और सजगता से कार्यरत रहने के निर्देश दिए। हर संदिग्ध गतिविधि पर पैनी नजर रखने, नाके लगाने के साथ-साथ औचक निरीक्षण तथा चेकिंग अभियान को सही तालमेल से चलाने को कहा। उन्होंने यह सुनिश्चित बनाने को भी कहा कि चेकिंग अभियान से आम जनता को अनावश्यक परेशानी ना हो।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों का अक्षरशः पालन सुनिश्चत बनाने को कहा। उन्होंने जिले में सुरक्षा प्रबंधन, मतदान केन्द्रों पर मतदाता सुविधाओं, चुनावी कर्मियों की रिहर्सल समेत चुनाव प्रबंधन से जुड़े हर पहलू पर बारीकी से जानकारी ली तथा आवश्यक मार्गदर्शन किया।
उन्होंने मतदाताओं के बीच सी-विजिल ऐप के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने को कहा।
इस दौरान जिला निर्वाचन निर्वाचन अधिकारी जतिन लाल ने मुख्य सचिव को पीपीटी के जरिए बताया कि चुनावों के दृष्टिगत जिला में 516 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिला में अब तक 4 लाख 28 हजार 589 मतदाता पंजीकृत हैं। इनमें 2 लाख 11 हजार 684 महिला मतदाता और 2 लाख 16 हजार 901 पुरुष मतदाता और 4 तीसरे लिंग के मतदाता हैं। जतिन लाल ने बताया कि जिले 516 से 377 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की जाएगी। उन्होंने बताया कि ऊना जिले में लोकसभा और गगरेट तथा कुटलैहड़ में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर सभी आवश्यक प्रबंध कर लिए गए हैं।
इस मौके पर एसपी राकेश सिंह, एडीसी महेंद्र पाल गुर्जर, सहायक आयुक्त वरिंदर शर्मा, समस्त एसडीएम, तहसीलदार निर्वाचन सुमन कपूर सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।