पूर्व भारतीय निशानेबाज रणधीर को एशिया के सभी 45 देशों के शीर्ष अधिकारियों की मौजूदगी में आधिकारिक तौर पर ओसीए अध्यक्ष नामित किया गया। पंजाब के पटियाला के 77 वर्षीय रणधीर खिलाड़ियों के परिवार से ताल्लुक रखते हैं।
रणधीर के चाचा महाराजा यादविंद्र सिंह ने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला और आईओसी के सदस्य थे। उनके पिता भलिंद्र सिंह भी प्रथम श्रेणी के क्रिकेटर थे और 1947 से 1992 के बीच आईओसी के सदस्य थे। चार एशियाई खेलों में भाग लेने वाले रणधीर ने 1978 में ट्रैप निशानेबाजी में स्वर्ण, 1982 में कांस्य और 1986 में टीम रजत जीता। उन्होंने कनाडा के एडमोंटन में 1978 के राष्ट्रमंडल खेलों में भी भाग लिया।
खेल प्रशासन में लंबा अनुभव रहा
रणधीर ने 1987 में खेल प्रशासन में प्रवेश किया, जब उन्हें भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) का महासचिव नियुक्त किया गया और वह इस पद पर 2012 तक रहे। उन्हें 1987 में भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के संचालन बोर्ड के सदस्य के रूप में भी नियुक्त किया गया और वह इस पद पर 2010 तक रहे। वह 2010 के दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों के लिए आयोजन समिति के उपाध्यक्ष भी थे। रणधीर को 1991 में ओसीए का महासचिव नियुक्त किया गया था और वह 2015 तक इस पद पर रहे। उसके बाद उन्हें आजीवन उपाध्यक्ष बनाया गया जिस पर वह 2021 तक रहे।