गढ़शंकर l भूमि अधिग्रहण संघर्ष समिति के नेतृत्व में बेगमपुरा बसाने के लिए संगरूर शहर के निकट जींद रियासत की 927 एकड़ भूमि पर पहुंच रहे भूमिहीन मजदूरों के लोकतांत्रिक प्रदर्शन को पुलिस द्वारा बलपूर्वक रोकने, सैकड़ों कार्यकर्ताओं व नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भेजने तथा गिरफ्तार किए गए। सभी मजदूरों की तत्काल व बिना शर्त रिहाई की मांग को लेकर डेमोक्रेटिक वर्कर्स फेडरेशन (डीएमएफ) पंजाब इकाई गढ़शंकर व ग्रामीण मजदूर यूनियन ने स्थानीय श्री आनंदपुर साहिब चौक पर पंजाब सरकार का पुतला फूंका।
डीएमएफ पंजाब यूनियन के राज्य नेता मुकेश कुमार, हंसराज गढ़शंकर तथा ग्रामीण मजदूर यूनियन के नेता बगीचा सिंह सहूंगड़ा व परमजीत सिंह चौहड़ा ने कहा कि भारतीय संविधान के अनुसार पंजाब में 17.5 एकड़ (किले) से अधिक भूमि को भूमि हदबंदी अधिनियम के तहत भूमिहीन लोगों में वितरित किया जाना है। इस मांग को लेकर समाज में सबसे अधिक प्रभावित लोगों में शामिल भूमिहीन मजदूर पिछले काफी समय से बीड़ असवां के बेचिराग गांव जो कभी जींद के राजा की रियासत का हिस्सा था, की 927 एकड़ भूमि को भूमिहीन लोगों में वितरित करने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन पंजाब की भगवंत मान सरकार यह स्वीकार नहीं करती कि भूमिहीन मजदूर अपने संवैधानिक अधिकारों की मांग करें, इसलिए पंजाब सरकार पुलिस बल के माध्यम से इन लोगों के इस लोकतांत्रिक संघर्ष को कुचलने की राह पर है। इसके तहत मालवा के विभिन्न शहरों में करीब 100 महिलाओं सहित 300 से अधिक मजदूरों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
डीटीएफ के नेता हरविंदर सिंह खरड़ अच्छरवाल और सतपाल कलेर ने मांग की कि सरकार गिरफ्तार किए गए कर्मचारियों को तुरंत रिहा करे। अगर कर्मचारियों को रिहा नहीं किया गया तो संगठन कर्मचारियों के संघर्ष में सक्रिय रूप से भाग लेगा। इस समय कर्मचारी और मजदूर यूनियन के विभिन्न नेता बलकार सिंह मघानिया, खुशविंदर कौर, बलवीर खानपुरी, तर्कशील नेता जोगिंदर कुलेवाल और गुरनाम सिंह, मनदीप कुमार, जसविंदर सिंह, दीवान सिंह, गुरमेल सिंह, खुशविंदर सिंह, संजीव कुमार पीटीआई, सरूप लाल, जसविंदर लखिया मौजूद थे।