जालंधर : जालंधर से धोखाधड़ी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इधर, जालंधर के जगदीप कुमार ने कुछ ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ धोखाधड़ी और मानव तस्करी का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है।
जगदीप का आरोप है कि ट्रैवल एजेंट ने रूसी ट्रैवल एजेंसी के साथ मिलकर पहले उसके भाई मंदीप कुमार को जबरन रूसी सेना में भर्ती कराया। जगदीप ने बताया कि उन्होंने अपने भाई को सुरक्षित वापस लाने के लिए ट्रैवल एजेंटों को 35 से 40 लाख रुपये का भुगतान किया है। लेकिन उसका भाई अभी तक भारत नहीं लौट पाया है। पुलिस ने इस मामले में पहले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। लेकिन जगदीप ने कहा कि वह पूरी प्रक्रिया से संतुष्ट नहीं हैं।
रूसी सेना में जबरन भर्ती : आपको बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच पिछले डेढ़ साल से युद्ध चल रहा है। लेकिन इस युद्ध के कारण कई भारतीय अभी भी रूस में फंसे हुए हैं। इन भारतीयों के वहां फंसे होने का कारण ट्रैवल एजेंट हैं। ये एजेंट भारतीय नागरिकों को जबरन रूसी सेना में भर्ती करते हैं। इसी तरह, जालंधर निवासी जगदीप कुमार के भाई मनदीप कुमार को एक ट्रैवल एजेंट ने जबरन रूसी सेना में भर्ती कर लिया है। जगदीप अपने भाई को वापस लाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है। जालंधर के गोराया कस्बे के निवासी जगदीप अब अपने भाई को वापस लाने के लिए खुद रूस जा रहे हैं।
मेरा भाई काम करने के लिए अर्मेनिया गया था। जगदीप कुमार ने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले उसका भाई अर्मीनिया में काम करने गया था, लेकिन रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के कारण उसके भाई और उसके साथियों को अर्मीनिया से इटली भेजने की बात चल रही थी। पंजाब. जगदीप कुमार ने बताया कि उनके भाई ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो देखने के बाद इटली जाने का फैसला किया, क्योंकि उस पोस्ट में इटली में काम करने का विज्ञापन दिया गया था। इसके बाद इन फर्जी ट्रैवल एजेंटों ने उसके भाई और 10 अन्य लोगों से इटली भेजने के नाम पर 7-7 लाख रुपये ले लिए।
35 लाख देने के बाद भी भाई ने नहीं लौटाया पैसा : जगदीप ने बताया कि जब उनके भाई और उनके साथ कुछ अन्य लोग अर्मेनियाई सीमा पार कर रूस पहुंचे तो एक फर्जी ट्रैवल एजेंट ने उन्हें दो दिन तक वहां रखा और पैसे की मांग करने लगा। जब उसे पैसे नहीं मिले तो उसने वहां के ट्रैवल एजेंटों के साथ मिलकर अपने भाई समेत सभी लोगों को रूसी सेना में काम करने के लिए मजबूर कर दिया। उनके भाई को भी ट्रैवल एजेंटों द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई थी। जगदीप ने कहा कि उन्होंने अपने भाई को सुरक्षित वापस लाने के लिए ट्रैवल एजेंटों को 35.40 लाख रुपये का भुगतान किया है। लेकिन उसका भाई अभी तक भारत नहीं लौट पाया है।
आखिरी बार मार्च 2024 में बात की गई
जगदीप कुमार ने बताया कि उन्होंने अपने भाई मनदीप कुमार से आखिरी बार मार्च 2024 में बात की थी। तब से उसके भाई के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। जगदीप कुमार ने पहले ही उन ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करा दिया है, जिन्होंने उनसे पैसे ऐंठ लिए और उनके भाई को रूसी सेना में भर्ती कराने का लालच दिया। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है, लेकिन जगदीप पुलिस की ढीली कार्रवाई से नाखुश हैं। उन्होंने कहा कि अमृतसर में श्रीलंकाई अपहरण मामले में गिरफ्तार ट्रैवल एजेंट अंकित डोनकर ने अपने भाई को रूसी सेना में भर्ती कराने के लिए रूसी ट्रैवल एजेंटों के साथ साजिश रची थी।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और पंजाब के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा : जगदीप ने कहा कि उन्होंने अपने भाई को वापस लाने के लिए कई प्रयास किए हैं। उन्होंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और पंजाब के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मदद मांगी है। लेकिन अभी तक उन्हें कोई मदद नहीं मिली है। अंत में उनकी मुलाकात राज्यसभा सदस्य संत बलवीर सिंह सीचेवाल से हुई और वे उन्हें विदेश मंत्रालय ले गए। जगदीप ने कहा कि अब वह खुद अपने भाई को ढूंढने रूस जाएंगे। रूस स्थित भारत सरकार का भारतीय दूतावास किसी भी प्रकार की सहायता प्रदान करने के लिए संपर्क में रहेगा। जगदीप ने बताया कि उनका मकान अब गिरवी पड़ा है।
पिता का तर्क : मनदीप के पिता ने कहा है कि वह भगवान से प्रार्थना करते हैं कि उनका बेटा सकुशल वापस लौट आए। उन्होंने कहा कि उन्होंने आखिरी बार मंदीप सिंह से इस साल मार्च में बात की थी और तब से उनसे बात नहीं हो पाई है। उन्होंने सरकार व पुलिस प्रशासन से अपील की है कि पुलिस इन फर्जी ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
पुलिस ने किया चौंकाने वाला खुलासा : इस मामले को लेकर जालंधर ग्रामीण पुलिस के डीएसपी डॉ. शीतल सिंह ने बताया कि जगदीप कुमार के भाई ने गोराया थाने में मामला दर्ज कराया है। जगदीप के बयान के अनुसार, उनके भाई को अवैध रूप से विदेश भेजा गया था। पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर में 8 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इनमें से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस बीच, डीएसपी डा. शीतल सिंह ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि अमृतसर पुलिस ने श्रीलंकाई अपहरण मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक अंकित डोनकर है। अंकित डोनकर को प्रोडक्शन वारंट पर लाया जाएगा। हम उसे यहां दर्ज एफआईआर में शामिल करेंगे।
नामजद करेंगे और गिरफ्तार करेंगे। डीएसपी ने कहा कि वह जगदीप कुमार को बताना चाहते हैं कि हम बाकी आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लेंगे। जालंधर में दर्ज एफआईआर में दो ट्रैवल एजेंट जोगिंदर पाल सिंह और सोहन लाल सभरवाल को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इन 8 आरोपियों में 2 विदेशी एजेंटों के नाम भी शामिल हैं। लेकिन जांच के कारण इन विदेशी ट्रैवल एजेंटों के नाम का खुलासा नहीं किया जा सकता। कौन है अंकित डोनकर, इसने भी जयपुर के एक व्यक्ति से ठगी की थी।