पाकिस्तान की आने वाली पीढ़ियां कभी भूल नहीं पाएंगी, पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसेगा पाकिस्तान
ठोडा मेला हमारी सांस्कृतिक धरोहर, रामायण और महाभारत काल का होता है प्रतिनिधित्व
ठोडा खेल को मिले राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान
एएम नाथ। शिमला : नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ठियोग के खनार में आयोजित राज्य स्तरीय ठोडा मेला मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। मेले में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पहलगाम में जिन लोगों ने देश के निर्दोष लोगों की हत्या की है वह लोग चाहे पाताल में भी छुपे होंगे तो भी उन्हें मिट्टी में मिला दिया जाएगा। घटना होते ही देश के गृह मंत्री अमित शाह तुरंत कश्मीर पहुंच जाते हैं।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जिस तरह की बर्बरता निहत्थे लोगों के साथ की गई है, धर्म पूछ–पूछ कर उन्हें मारा गया है यह किसी भी मनुष्य का काम नहीं हो सकता है। ऐसे लोग मानवता के अपराधी हैं। उन्हें इस धरती पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। इस घटना से कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक हर कोई आहत है। सभी की संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। पूरा देश कठोर से कठोर कार्रवाई चाहता है। भारत सरकार आतंकियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई करेगा कि नजीर बनेंगी। पूरा देश प्रधानमंत्री के साथ है।

जयराम ठाकुर ने कहा कि ठोडा हिमाचल प्रदेश के लोकप्रिय खेलों में से एक है। जो प्रदेश भर में कई जगह पर पूरे हर्ष उल्लास और उत्साह के साथ खेला जाता है। इस खेल का इतिहास सदियों पुराना है। इस पारंपरिक और साहसिक खेल की मोहक पोशाक युद्ध के सामान जैसे तलवार, डांगरू, खुखरी और परंपरागत वाद्य यंत्रों का लोक संगीत एक तरफ जहां इस खेल की सभ्यता को बढ़ाते हैं, वही हमारी समृद्धि संस्कृति की झलक भी प्रस्तुत करते हैं। गीत, संगीत, नृत्य, सवाल–जवाब एवं तीरंदाजी एक साथ अनगिनत विधाएं समेटे विश्व का एकमात्र खेल है ठोडा। यह खेल अपने आप में त्रेता युग के भगवान राम के बाँस के धनुष कोदंड का इस्तेमाल करती है। दोनों टीमें पाशी और साटी पांडवों और कौरवो का प्रतिनिधि करती हैं।
