राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर बोले छठे राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती
ऊना, 2 नवंबर: धनवंतरि दिवस पर आज छठे राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता छठे राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने की। बचत भवन में आयोजित कार्यक्रम में आयुर्वेद फॅार पोषण के तहत मानसिक रोगों व एनीमिया के ऊपर व्याख्यान किया गया।
सतपाल सिंह सत्ती ने अपने संबोधन में कहा कि आयुर्वेद सबसे पुरानी पद्धति है जो व्यक्ति के सर्वांगीण स्वास्थ्य उपचार के लिए चिंता करता है। सती ने कहा कि आज के समय में अनेकों पद्धति आ चुकी हैं लेकिन आयुर्वेद ने पूरे विश्व में सम्मान अर्जित किया है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद पद्धति से ईलाज करवाना काफी सरल और सस्ता है। आयुर्वेदिक ईलाज करवाने से शरीर पर कोई भी नकारात्मक प्रभाव नहीं होता है। सत्ती ने कहा कि कोरोना काल में आयुर्वेद काफी लाभकारी सिद्ध हुआ है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद व आयुष विभाग ने कोरोना महामारी के समय 22 हज़ार क्वाथ के पैकेट, एक हज़ार आयुष किटें वितरित की गई हैं। इसके अतिरिक्त आयुष-64 की टेबलेटस भी वितरित की जा रही है। सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस व राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच का परिणाम है, जोकि कोविड काल में बहुत ही सार्थक सिद्ध हुआ है।
सत्ती ने दीवाली महापर्व की दी शुभकामनाएं
सतपाल सिंह सत्ती ने दीवाली महापर्व की सभी जिलावासियों को शुभकामनाएं भी दी। उन्होंने कहा कि यह पर्व अधर्म के ऊपर धर्म जीत का प्रतीक है। इस दिन भगवान श्रीराम लंका पर विजय प्राप्त करने के पश्चात अयोध्या वापस लौटे थे। इसी खुशी में यह पर्व मनाया जाता है।
इस अवसर पर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ नरेश शर्मा, पूर्व अध्यक्ष डॉ राजकुमार शर्मा, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ राजेश शर्मा, सचिव भारत भूषण, डॉ निशा वर्मा, डॉ हेमराज, डॉ सुभाष, डॉ किरण शर्मा, डॉ अरविंद, डॉ जागृति, डॉ विनोद कुमार, डॉ ईतिश्री सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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कोरोना काल में लाभकारी सिद्ध हुआ आयुर्वेदः सतपाल सिंह सत्ती
Nov 02, 2021