नई दिल्ली ।। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाक क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान इमरान खान की मौत की खबर ने सोशल मीडिया पर सनसनी फैला दी है. सोशल मीडिया पर एक प्रेस रिलीज की तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया गया है कि इमरान खान की मौत हो गई है।
हालांकि, पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने जेल में बंद इमरान खान की मौत की खबर को झूठा और भ्रामक बताया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान में दावा किया गया था कि इमरान खान की मौत न्यायिक हिरासत में हुई है. साथ ही ये भी कहा गया था कि उनकी मौत किस वजह से हुई है, इसकी भी जांच की जा रही है. इसमें यह भी दावा किया गया कि सरकार स्थिति की गंभीरता को मानती है और घटना के कारणों का पता लगाने और जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने की तरफ कार्रवाई कर रही है।
इमरान खान की पार्टी ने खटखटाया इस्लामाबाद हाई कोर्ट का दरवाजा
बता दें कि शुक्रवार (09 मई, 2025) को इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने उनकी रिहाई के लिए इस्लामाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और दावा किया था कि लंबे समय तक हिरासत में रहने की वजह से उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है और भारत के साथ मौजूदा स्थिति के कारण उनकी जान को खतरा है।
मुख्यमंत्री केपी अली अमीन ने कोर्ट से की ये मांग
मुख्यमंत्री केपी अली अमीन ने कोर्ट में एक याचिका दायर की है, जिसमें ये अपील की गई है कि मौजूदा भारत के साथ युद्ध की स्थिति को देखते हुए उन्हें तुरंत पैरोल/प्रोबेशन पर रिहा किया जाए. उन्होंने कहा कि देश में कानून-व्यवस्था की कमी को लेकर पार्टी चिंतित है. उन्होंने ये भी दावा कि इमरान खान ने अपनी हिरासत के दौरान जेल नियमों का उल्लंघन नहीं किया था. सीएम ने दावा किया कि राजनीति से प्रेरित मामलों के कारण खान की लंबे समय तक हिरासत में रहना उनके मूल अधिकारों का उल्लंघन है।