लुधियाना। लुधियाना में सुबह 3 बजे थाना दुगरी की पुलिस ने दो बदमाशों का एनकाउंटर किया है। बदमाशों की जांघ पर गोलियां लगी है। घायल अवस्था में गिरे बदमाशों को पुलिस ने सिविल अस्पताल दाखिल करवाया।
पुलिस बदमाशों की तलाश में थी। दोनों बदमाशों ने कुछ दिन पहले जेतों चौक नजदीक अभिनव मंड नाम के युवक पर फायरिंग की थी। शहीद भगत सिंह पुलिस चौकी नजदीक ही पुलिस ने घेराबंदी करके बदमाशों को दबोचा। बदमाशों ने पहले पुलिस पर फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस की गोलियां गैंगस्टरों की जांघ में लगी। बदमाशों की पहचान सुमित और मनीष उर्फ टोनी के रूप में हुई है। आरोपित टोनी के खिलाफ 15 मामले दर्ज हैं।
आरोपित पर दर्ज है 15 मामले
टोनी पर पहले करीब 15 आपराधिक मामला दर्ज है। टोनी की दोनों लात पर गोलियां लगी है। जबकि सुमित की एक लात पर गोली लगी है। दोनों बदमाशों के पास 32 बोर की पिस्टल और देसी कट्टा था। दोनों बदमाश लुधियाना दुगरी इलाके के ही रहने वाले है। इस मामले संबंध में पुलिस जल्द प्रेस कॉन्फ्रेंस करके जानकारी देगी।
रंजिश के चलते की थी फायरिंग
एक महीने पहले जैतो चौक में दो गुटों में झड़प हुई थी। जिसमे उक्त बदमाशो ने फायरिंग की थी, जिसमे दोनों बदमाशों ने अभिनव मंड नाम के युवक पर फायरिंग की थी। उक्त मामले दोनो अरोपितो की तलाश की जा रही थी। इसी दौरान उनका दोनो अरोपितो की तलाश की जा रही थी। इसी दौरान उनका एनकाउंटर किया गया।
इससे पहले 5 मार्च को न्यू चंडीगढ़ के ईको सिटी- एक के मकान नंबर- 5077 में गांव पडौल निवासी बदमाश नवजोत सिंह और सीआईए खरड़ के बीच में मुठभेड़ हुई थी। जिसमें नवजोत सिंह के पैर पर गोली लगी थी। गोली लगने के बाद उसे घायल अवस्था में मोहाली के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां पर उसका इलाज हुआ था।
जानकारी के अनुसार बदमाश नवजोत सिंह अपने इको सिटी स्थित मकान पर मौजूद था। तभी पुलिस को इसके यहां होने की सूचना मिली थी। सूचना के बाद पुलिस ने इसे चारों तरफ से घेर लिया था। जब इसे खुद को सरेंडर करने के लिए कहा गया तो इसने पुलिस की टीम पर गोली चला दी। जिसमें पुलिसकर्मी बाल-बाल बचा गया था।
बदमाश ने पुलिस पर दो गोलियां चलाई थी। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने बदमाश के पैर पर गोली चलाई थी। गोली लगने से वह घायल हो गया था। जिसे पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर अस्पताल में दाखिल करवाया था।
घटना के बाद मौके पर पुलिस के आला अधिकारी पहुंच गए थे। खुद एसएसपी मोहाली दीपक पारिक मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने बताया था कि इस आरोपी पर पहले भी अवैध हथियार रखने के कारण दो मुकदमे दर्ज हैं। यह कुछ दिन पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आया था।
पुलिस ने सूचना के आधार पर की थी कार्रवाई
पुलिस को सूचना मिली थी कि इसने अभी भी अपने पास अवैध हथियार रखा हुआ है। पुलिस ने घटनास्थल पर आरोपी की तरफ से चलाई गई गोलियों के दो खाली खोल और एक देसी स्टेन गन बरामद की थी। इसके अलावा पुलिस को मौके से दो मैगजीन और आरोपी की स्कॉर्पियो कार भी बरामद की थी।
आरोपी नशे का आदी है। यह अपनी छोटी उम्र में ही नशा करने लग गया था। नशा करते-करते ही यह लकी पटियाल के संपर्क में आया था। लकी पटियाल भी धनास का रहने वाला है। इसका और लकी पटियाल का गांव आसपास ही है। उससे संपर्क में आने के बाद यह हथियारों की तस्करी भी करने लग गया था।
साल 2016 में देवेंदर बंबीहा के एनकाउंटर के बाद लकी पटियाला ने बंबीहा गैंग की कमान संभाली थी और वह आर्मेनिया में रहकर अपना गिरोह चल रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उसके गुर्गों को नवजोत सिंह हथियारों की सप्लाई करता था।