गढ़शंकरः माहिलपुर और गढ़शंकर की हर गली और घर डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ने से डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है,। यह शब्द निमिषा मेहता ने कहते हुए डेंगू फैलने के लिए आम आदमी पार्टी सरकार को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया । निमिषा मेहता ने कहा कि सितम्बर माह में होशियारपुर जिले में डेगू के 315 मरीज थे। जिसका आंकड़ा सरकार ने सितंबर के पहले सप्ताह में पेश किया था। अब सरकार और स्वस्थ्य विभाग की उपलब्धि यह है कि जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या 1200 से अधिक हो गई है और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किये गए आकड़ों मुताबिक जिले होशियारपुर तीसरे नंबर से एक नंबर पर आ गया हैं, जो जिला प्रशासन और जिले के खराब प्रदर्शन का प्रमाण है और आम आदमी पार्टी सरकार.की घटिया कारगुजारी का यह सबूत है ।
उन्हीनों ने कहा कि सितंबर माह में स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक प्रेस वक्तव्यों पर नजर डाली जाए तो सरकार 9 वें माह से ही डेंगू की रोकथाम के लिए लार्वे को खत्म करने के लिए बैठकें कर, लोगों को जागरूक कर, गली-मोहल्लों में फॉगिंग कर अभियान चलाकर डेंगू पर नियंत्रण करना था । लेकिन दुर्भाग्य से विभाग के सारे दावे और प्रचार योजनाएं अखबारों और बैठकों तक ही सीमित रह गईं। अगर सरकार ने लोगों को इस भयानक बीमारी से बचाने के लिए जमीनी स्तर पर काम किया होता तो ये स्थिति नहीं होती।
उनहिनों ने कहा कि माहिलपुर और गढ़शंकर में ऐसा कोई घर नहीं है, जहां लोगों को डेंगू न हुआ हो। लेकिन जिला प्रशासन कह रहा है कि पूरे जिले में डेंगू मरीजों की संख्या सिर्फ 1200 है जो पूरी तरह से झूठ है। निमिषा ने दावा किया कि 1200 से ज्यादा मरीज छोटे शहर माहिलपुर में हैं और उससे भी ज्यादा गढ़शंकर में हैं। हलका गढ़शंकर के गांवों में भी डेंगू ने लोगों का बुरा हाल कर रखा है।लेकिंन प्रशासन गांवों में डेंगू के फैलने से रोकने के लिए अभी तक कोई सार्थिक कदम उठाने में नाकाम ही रहा है ।
निमिषा ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था पूरी नहीं है। गरीब लोगों को निजी अस्पतालों में इलाज के लिए हजारों रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं और आम आदमी पार्टी मुफ्त स्वास्थ्य और शिक्षा देने के वादे पर सत्ता में आई थी। लेकिन आज वह लोगों को निजी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए मजबूर कर रहे हैं। निमिषा मेहता ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार को होश में आना चाहिए और विज्ञापन गतिविधियों को छोड़कर जमीनी स्तर पर लोगों को डेंगू से बचाना चाहिए क्योंकि आम लोगो पास इलाज के लिए हजारों-लाखों रुपये नहीं हैं । लोगों को मुफ्त इलाज प्रदान करना चाहिए ताकि मध्यम वर्ग और गरीब लोगों को निजी अस्पतालों तक पहुंच मिल सके।
फोटो : निमषा मेहता