मुख्यमंत्री सुक्खू ने मीडिया से बातचीत में कहा, मीटिंग प्रस्ताव पारित किया गया कि हम सभी सहमत है कि हिमाचल शांतिपूर्वक राज्य है। यहां हमेशा आपसी सदभाव रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि आपसी भाईचारा बना रहे। प्रदेश टूरिज्म स्टेट है। हम यहां देश-विदेश के सभी पर्यटकों का स्वागत करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, कोई भावनात्मक बात न की जाए, जिससे किसी धर्म व समुदाय को ठेस पहुंचे। हिमाचल भी अखंड भारत का अंग है। यहां सभी को काम करने का हक है। उन्होंने माना कि बाहर से आए कुछ लोगों में लड़ाई हुई। उसकी वजह से धीरे धीरे स्थिति बिगड़ी और एक समुदाय के प्रति लोगों का गुस्सा फूटा। सेब सीजन के लिए बड़ी संख्या में बाहर से लोग शिमला पहुंचते हैं।मुख्यमंत्री ने कहा, कई बार युवा आपस में लड़ जाते हैं और लोकल लीडरशिप उसमें अपनी राजनीति के लिए धीरे-धीरे आगे बढ़ती है। इससे ऐसी स्थिति पैदा होती है, जहां छोटी सी बात बड़ा मुद्दा बन जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा, विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया गया कि वह एक संयुक्त समिति का गठन करें, जो पूरे प्रदेश में स्ट्रीट वेंडर के लिए पॉलिसी बनाने पर विचार करेंगी, क्योंकि स्ट्रीट वेंडर के कारण भी कई बार विवाद उठता रहा है। उन्होंने कहा, कुछ लोकल दुकानदार ही अपनी दुकान के सामने इन्हें बिठा देते हैं। इसलिए यह धार्मिक मुद्दा नहीं बनना चाहिए।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा, शिमला में जो विवाद चल रहा है, उसका शीघ्रता से कानूनी हल किया जाए। शिमला विवाद के हल का जिम्मा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, बीजेपी विधायक रणधीर शर्मा, माकपा नेता राकेश सिंघा, आम आदमी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सुरजीत सिंह ठाकुर और शिमला के विधायक हरीश जनारथा को दिया गया है। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा, मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शिमला में अवैध मंजिल गिराने की सिफारिश की है। मंडी में अवैध दीवार को तोड़ने का काम शुरू कर दिया है। यह अच्छी पहल है। मंडी में प्रदर्शन से जुड़े सवाल पर मुख्यमंत्री ने अजीबो-गरीब जवाब देते हुए हिमाचल को प्रदर्शनों का प्रदेश बताया। उन्होंने बताया कि सभी लोग शांतिपूर्वक अपनी मांगे रखने के लिए प्रदर्शन कर सकते हैं। शिमला के संजौली से भड़की विरोध की चिंगारी प्रदेश के अन्य शहरों में भी भड़क रही है। खासकर जहां मुस्लिम समुदाय के लोग रहते हैं, या मस्जिदें बनी हुई है। वहां पर लोग सड़कों पर उतर रहे हैं। इससे देवभूमि व शांत प्रदेश हिमाचल का माहौल तनावपूर्ण बनता जा रहा है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने सर्वदलीय बैठक ली।