क्या आपको पता है कि आगामी 1 नवम्बर 2024 से केंद्र सरकार के 8 नए नियम प्रभावी होंगे, जिसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा। यदि नहीं तो फिर यह नोट कर लीजिए कि अगले माह के पहले दिन से ही कई वित्तीय नियमों के साथ पेट्रोलियम पदार्थों समेत एलपीजी की कीमतों में भी कुछ बदलाव होगा। इस प्रकार जहां पेट्रोलियम पदार्थों व एलपीजी की कीमतों में इजाफा से कई चीजों की कीमतें बढ़ जाएंगी, वहीं जीएसटी दरों में कमी किये जाने से कुछ चीजों की कीमतों में कमी आने के भी आसार हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, कई फाइनेशियल नियमों के साथ कई चीजों की कीमतों में बदलाव होगा। जिससे एलपीजी से लेकर बिजली बिल तक के नियम बदल जाएंगे। इसलिए आप भी अपना घरेलू बजट तत्काल संशोधित कर लें, ताकि आपको भी कोई आर्थिक असुविधा नहीं हो। इसलिए हम आपको यहां बता रहे हैं कि नवंबर महीने से कौन-से नियमों और कीमतों में बदलाव होंगे और इन सभी बदलावों का असर आम जनता की जेब पर कितना पड़ेगा।
# एलपीजी सिलेंडर, सीएनजी-पीएनजी के कीमतों में होगा बदलाव : यह बात सभी जानते हैं कि अब प्रत्येक महीने की पहली तारीख को एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों में बदलाव किया जाता है। इसके दृष्टिगत ही देश की मुख्य ऑयल मार्केटिंग कंपनियां इनकी कीमत को अपडेट करती हैं, जिसके मुताबिक एक नवंबर से गैस सिलेंडर की नई दरें लागू होने वाली हैं। बता दें कि पिछले तीन महीनों से कमर्शियल सिलेंडर के दामों में इजाफा किया गया है। गत अक्टूबर में भी कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में 48.50 रुपये का इजाफा किया गया था। लिहाजा, इस बार 14 किलोग्राम वाले सिलेंडर की कीमतों में कटौती होने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि इस बार भी सरकार ने एलपीजी गैस सिलेंडर पर 48 रुपये की वृद्धि की है। लेकिन कीमतों की यह बढ़ोतरी सिर्फ कामर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर पर ही लागू होगी। भले ही घरेलू गैस सिलेंडर पर अब तक किसी तरह की कोई वृद्धि की खबर नहीं आयी है, लेकिन कामर्शियल गैस सिलेंडर महंगा होने से बड़े रेस्त्रां से लेकर छोटी रेहड़ी वाले संचालकों पर असर जरूर पड़ेगा। इससे वो अपने उत्पाद की कीमत बढ़ा देंगे, या फिर मात्रात्मक कटौती प्रभावी कर सकते हैं। इससे आमलोगों की जेब कटेगी। वहीं, एलपीजी सिलेंडर के दामों के साथ 1 नवंबर 2024 को एटीएफ (ATF) और सीएनजी-पीएनजी की कीमत (CNG-PNG) अपडेट होगी। पिछले कुछ महीनों से एटीएफ की कीमतों में कटौती हुई थी। इस बार भी कीमतों में कटौती की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं, सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में कई समय से कोई बदलाव नहीं हुआ है। हालांकि, उम्मीद हैं कि इनकी कीमतों में बदलाव हो सकता है।
बिजली बिल की अनदेखी की तो लगेगा अतिरिक्त जुर्माना ; यूँ तो देश भर में बिजली की बढ़ती हुई दरों से सभी लोग परेशान हैं, क्योंकि गरीबों को कुछ सौ यूनिट फ्री बिजली देने की लोकलुभावन सरकारी घोषणाओं का उल्टा असर भी तो बिजली की आम दरों पर ही पड़ रहा है। लेकिन अब एक और नया नियम लोगों पर आर्थिक बोझ पैदा कर सकता है। वह यह कि आगामी एक नवंबर से बिजली बिल जमा करने के नियमों में भी बदलाव किया गया है। अब समय पर बिल जमा न करने पर अतिरिक्त जुर्माना भी भरना पड़ सकता है, जो कि आम उपभोक्ता पर सीधे तौर पर असर डालेगा। इससे साफ है कि सरकार एक हाथ से दे रही है और दूसरे हाथ से ले रही है। मुफ्त की घोषणा महज छलावा है, जिससे बचने के तरह तरह के रास्ते ईजाद किये जाने लगे हैं।
# ऑनलाइन होंगे मुफ्त गैस कनेक्शन के आवेदन
भारत सरकार की ओर से मुफ्त गैस कनेक्शन की योजना को भी बदला गया है। जिसके मुताबिक आगामी एक नवंबर से मुफ्त गैस कनेक्शन के लिए आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन हो जाएगी। यानी कि अब यदि किसी हितग्राही को गैस का फ्री कनेक्शन चाहिए तो उसे ऑनलाइन माध्यम से ही आवेदन करना होगा। इसके साथ ही पात्रता संबंधी नियम भी कड़े कर दिए गए हैं, ताकि नियमों का फायदा उठाकर या उनमें फेरबदल कर कोई अपात्र इस योजना का लाभ ना ले सके। इससे जरूरतमंदों को ज्यादा लाभ मिल पायेगा।
लागू होंगी जीएसटी की नई दरें, कई चीजों की कीमतें घटेंगी : हाल में ही भारत सरकार ने कई चीजों पर जीएसटी की दर कम करने का फैसला लिया है। लिहाजा, करीब 100 से अधिक चीजों पर एक नवंबर से जीएसटी की नई दरें लागू हो जाएंगी। कहने का तातपर्य यह कि कई चीजों पर पहले की अपेक्षा कम जीएसटी लिया जाएगा, जिसका सीधा असर आम लोगों पर भी होगा। क्योंकि उन्हें जीएसटी के रूप में लगने वाले टैक्स में राहत मिलेगी।
घट सकती हैं पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें : अंतरराष्ट्रीय तेल बाजार में आयी कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बाद यह उम्मीद की जा रही है कि एक नवंबर से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भी कटौती होगी। क्योंकि कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों के मुताबिक ही भारत में भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें तय होती हैं। ऐसे में कच्चे तेल की कीमतों में कमी आने का फायदा कहीं न कहीं आम उपभोक्ता को भी मिल सकता है। क्योंकि यदि ऐसा नहीं होगा तो लोगों की मानसिकता पर गलत असर होगा। वैसे भी अभी महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव होने वाले हैं। इसलिए तेल के मूल्यों में कमी होना लाजिमी है।
जेट फ्यूल के साथ सीएनजी के दाम होंगे अपडेट, सस्ती होगी हवाई यात्रा : भारत में परिवहन (ट्रांसपोर्टेशन) को लेकर जिस तरह कदम दर कदम आगे बढ़ाएं जा रहे हैं, उससे लोगों का रुझान रेल यात्रा से लेकर हवाई यात्रा तक पर बढ़ चुका है। मसलन, लगातार हो रहे हवाई कनेक्टिविटी के विस्तार से फ्लाइट में सफर करने वालों की संख्या भी बढ़ी है। और अब जबकि फ्लाइट का किराया भी कम होगा तो इस संख्या में और इजाफा हो सकता है, क्योंकि एक नवंबर से जेट फ्यूल की कीमतें कम होंगी, जिसके चलते हवाई यात्रा के किराये में भी कमी आना संभव है। इससे हवाई यात्रियों को लाभ मिलेगा।
कम होगा हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस प्रीमियम : स्वास्थ्य एवं जीवन बीमा (हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस) पर लगने वाला प्रीमियम भी एक नवंबर से कम होगा, क्योंकि सरकार द्वारा स्वास्थ्य और जीवन बीमा पर लगने वाली जीएसटी की दरों में कटौती की जाएगी। जिसका मतलब है कि जो उपभोक्ता जीवन बीमा या स्वास्थ्य बीमा कराते हैं उन्हें प्रीमियम राशि में राहत मिलेगी। इससे बीमाधारक लाभान्वित होंगे और यह कारोबार ज्यादा बढ़ेगा।
बैंक खाते से लिंक कराना होगा आधार, अन्यथा खाते होंगे बंद : वैसे तो आरबीआई की गाइडलाइंस के बाद से ही सभी बैंकों में खाताधारकों को अपना आधार कार्ड बैंक खाते से लिंक कराना अनिवार्य कर दिया गया है। लेकिन आज भी कई ऐसे बैंक खाता धारक हैं जो अपना आधार कार्ड अपने बैंक खाते से अब तक लिंक नहीं करा पाए हैं। लिहाजा, अब नवंबर के महीने में सभी खाताधारकों को अपने आधार बैंक खातों से लिंक कराना अनिवार्य होगा। जिससे बैंक खातों में आने वाली किसी भी प्रकार की सब्सिडी या सरकारी योजनाओं से मिलने वाले लाभ की राशि खाते में पहुंचे और ऐसा न कराने वालों के खाते भी एक नवंबर से निष्क्रिय हो सकते हैं। इसलिए सावधान हो जाइए और इस मामले में लापरवाही कतई मत बरतिए।
एसबीआई क्रेडिट कार्ड के नियम में आएगा बदलाव : देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के क्रेडिट कार्ड के नियमों में बड़ा बदलाव होगा। बताया गया है कि अब 1 नवंबर से अन-सिक्यॉर्ड एसबीआई क्रेडिट कार्ड पर फाइनेंस चार्ज 3.75 फीसदी लगेगा। जबकि, यूटिलिटी सर्विसेज में 50,000 रुपये या उससे ज्यादा पेमेंट करने पर 1 फीसदी का अतिरिक्त चार्ज लगेगा। इससे उपभोक्ताओं पर भार पड़ेगा।
म्यूच्यूअल फंड के नियम में होगा बदलाव : मार्केट रेगुलेटर सेबी ने म्यूचुअल फंड नियम में इनसाइडर ट्रेडिंग के नियमों को सख्त कर दिया है। जिसके मुताबिक एसेट मैनेजमेंट कंपनियों के नॉमिनी या फिर उनके रिश्तेदार द्वारा 15 लाख रुपये से ज्यादा के हर ट्रांजैक्शन की जानकारी देनी होगी। इससे भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।
ट्राई के नए मैसेज ट्रेसिबीलिटी नियम होंगे लागू : 1 नवंबर से टेलीकॉम सेक्टर के नियमों में भी बदलाव होगा। ट्राई के नए नियम के मुताबिक, टेलीकॉम कंपनी जियो और एयरटेल समेत सभी कंपनियों को निर्देश दिया गया है कि वह मैसेज ट्रेसिबीलिटी नियम लागू करें। इसके अलावा सभी कंपनियां स्पैम नंबर को ब्लॉक कर दें। मतलब कि कंपनियां यूजर्स तक मैसेज पहुंचने से पहले ही मैसेज को स्पैम लिस्ट में डालकर नंबर ब्लॉक कर सकती हैं। इससे ग्राहकों को सुविधा होगी और विभिन्न तरह की मानसिक परेशानियों से वे बच सकेंगे।
बैंक हॉलिडे लिस्ट : नवंबर में फेस्टिवल और पब्लिक हॉलिडे के कारण कुल 13 दिन बैंकों में छु्ट्टी रहेगी। महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव के कारण भी बैंकों में छु्ट्टी रहेगी। आरबीआई ने नवंबर के लिए बैंक हॉलिडे लिस्ट जारी कर दी है।